‘‘चेंजिंग लैंडस्केप ऑफ एजुकेशन एंड लर्निंग’’ विषय पर PSSCIVE में दिनांक 14/10/2022 को एक व्याख्यान आयोजित किया गया।
‘‘चेंजिंग लैंडस्केप ऑफ एजुकेशन एंड लर्निंग’’ विषय पर पंडित सुंदरलाल शर्मा केन्द्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (पीएसएससीवीई) में दिनांक 14/10/2022 को एक व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) सलाहकार डॉ. नीरज सक्सेना ने शिक्षा क्षेत्र के बदलते परिवेश और शिक्षण पद्धति में होने वाले बदलावों पर प्रकाश डालते हुए कहा गुरु द्रोणाचार्य ने अपने भिन्न-भिन्न शिष्यों के लिए सिलेबस अलग-अलग रखा था, इसलिए हर योद्धा की अपनी अलग तकनीक और अस्त्र-शस्त्र में महारत थी, ठीक इसी प्रकार हमें शिक्षा एवं अधिगम के बदलते परिवेश में विद्यार्थियों के भिन्न-भिन्न कौशल को पहचान कर उन्हें तराशने की आवश्यकता है। उन्होंने व्याख्यान के दौरान विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का बड़ी सहजता के साथ उत्तर दिया।
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी), भोपाल के कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि एक मां की तरह ही शिक्षक बच्चों को पढ़ाने लगे तो छात्रों के लिए समझना आसान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एनएफटी मिलने वाले छात्रों का सबसे बड़ा कारण भाषा होती है। यह शिक्षा उन्हें यदि अंग्रेजी के बजाय हिन्दी में मिले तो उन्हें समझने और सीखने में आसानी होगी, जिससे वह अपना कॅरियर अच्छा बना सकते हैं।
कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन में संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. दीपक पालीवाल ने संस्थान की ओर से सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों का अभिंनदन किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने एआईसीटीई द्वारा शैक्षणिक परिपेक्ष में रिसर्च को बढ़ावा देने की बात कही एवं वहां एलएनसीटी में स्थापित ’आइडिया लैब्स’ का लाभ उठाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में एनसीईआरटी द्वारा स्किल बेस्ड एजुकेशन को आगे बढ़ाने के साथ-साथ वर्चुअल लैब्स, इंटर्नशिप एवं स्कॉलरशिप प्रदान करने के लिए प्रयासरत होने की बात भी कही।
क्षेत्रीय शिक्षा संस्था भोपाल के प्राचार्य प्रो. जयदीप मंडल ने व्यावसायिक शिक्षा क्षेत्र में पीएसएससीआईवीई के विशेष योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान पाठ्यक्रम और पुस्तक निर्माण के साथ-साथ दिशा-निर्देशों के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दे रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ’व्यावसायिक शिक्षा और अकादमिक शिक्षा में अंतर’ यह एक बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन हम सभी मिलकर दोनों के मध्य अंतर को मिटा सकते हैं और नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान पीएसएससीआईवीई के संकाय सदस्य एवं स्टॉफकर्मियों के साथ प्रायोगिक बहुउदेशीय विद्यालय, लोक शिक्षण संचालनालय, एलएनसीटी कॉलेज, ऑरिएंटल कॉलेज एवं सरदार वल्लभ भाई पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षक एवं छात्र-छात्रा भी सम्मिलत हुए। कार्यक्रम के समापन समारोह पर आभार प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम समन्वयक डॉ. विपिन कुमार जैन ने सभी संकाय सदस्यों एवं शिक्षण संस्थानों से आए विद्यार्थियों, अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने सामाजिक, राजनैतिक, भौगोलिक, आर्थिक एवं स्वास्थ्य के कारण शिक्षा परिदृश्य के बदलते स्वरुप पर संक्षिप्त चर्चा की।